Ratlam MP MLA Gherao समय पर हुआ था बचाव कोर्ट में पेश गलती प्रशासन की

Ratlam MP MLA Gherao समय पर हुआ था बचाव कोर्ट में पेश गलती प्रशासन की
बिरसा मुंडा जयंती पर हुवे घेराव में सांसद विधायक अपनी जान बचाकर जैसे तैसे निकले समय रहते प्रशासन अपनी जिम्मेदारी नही निभाता तो शायद बढा हादसा होना तय था जिस प्रकार जयस कार्यकर्ता विधायक सांसद को मुर्दाबाद के नारे लगाकर व घेर कर आक्रामक रूप से सामने आये वह खतरनाक था।
वही कूछ नेता सांसद विधायक के वाहन को निकालने की कोशिष करते है किन्तु भीड उन्हे निकालने के लिये तैयार नही होते हुवे उन पर ज्यादा हावी होती नजर आ रही है वही दो कार्यकर्ता सांसद के वाहन को आगे निकालने की कोशिश पुरी कोशिश करता है। किन्तु विफल रहता है।

यह था मुख्य कारण विवाद घेराव का
सुत्रों के हवाले से पता चला
बढ़ छपरा में जो मूर्ति लगी थी उसमें रू11000 डॉ अभय होरी के द्वारा रू11000 लक्ष्मण सिंह इंडोर के द्वारा रू11000 आरसी भगोरा जी के द्वारा रू5000 कोमल जी धुर्वे के द्वारा रू5000 हर सुविधा गहलोत द्वारा और तमाम जो संगठन है आदिवासी समाज के और गांव के जो लोग हैं उन्होंने जन सहयोग से मूर्ति की स्थापना करी थी और रतलाम ग्रामीण विधायक दिलीप मकवाना जी द्वारा उस कार्यक्रम को हाईजैक करके उस मूर्ति का अनावरण और विधायक सांसद जी की उपस्थिति में किया गया इससे ग्रामीणों में पूरे घटना का कारण बना है।
डॉ. अभय ओहरी को बिलपांक डॉ. आनन्द को औघोगिक क्षेत्र थाने व अन्य को अलग अलग थाने पर रखा गया ।
यह भी बात सामने आई की लगभग 500 कार्यकर्ता अपनी गिरफतारी देने को तैयार है।
यह पुरा मामला राजनैतिक है
लक्ष्मण सिंह डिंडोर जो कि मनावर के सीईओं है और रतलाम गा्रमीण विधानसभा से चुनाव की तैयारीया कर रहे है। आये दिन उनके द्वारा रतलाम ग्रामीण विधानसभा में अपनी कार्यप्रमाणी तैयार कि जा रही है। सूनाव को लेकर।
वही डॉ अभय ओहरी भी अपनी दावेदारी रतलाम ग्रामीण क्षेत्र को लेकर कर रहे है लक्ष्मण सिंह डिडोर जयस के सरंक्षक पद पर है वही डॉ अभय ओहरी भी जयस के सरंक्षक पद पर है। किन्तू जो बाते सामने आई वह चोकाने वाली है।
डॉ अभय ओहरी ने सांसद विधायक को एक दिन पूर्व मकावाना जी व सांसद को इस बारे में सतर्क कर दिया था कि आप उक्त कार्यक्रम को करे तो सावधानी रखे क्यों कि कुछ असामाजीक तत्व दंगा घेराव या किसी प्रकार की घटना कर सकते है बावजूद इसके विधायक व सासंद द्वारा जो उनके कार्य में दौरा नही था वही कार्य किया और जिसका जिम्मेदार ठहराया जयस के कार्यकर्ता को ।
रतलाम विधायक व सांसद का दौरा नियमानुसार बडछापरा का नही था यह बात सामने आई है जब सांसद व विधायक का दौरा प्रशासन ने तय नही किया बावजूद इसके की सांसद विधायक मुर्ति अनावरण के लिये गये है तो पुलिस प्रशासन ने पुरी तैयारीया क्यों नही कि?
